99 लाख के कोकेन के साथ नाइजीरियाई गिरफ्तार
99 लाख के कोकेन के साथ नाइजीरियाई गिरफ्तार सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 99 लाख रुपये के कोकेन के साथ एक नाईजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है। चप्पलों की खेप में छिपाकर वह व्यक्ति कोकेन ला रहा था। मादक पदार्थ की यह खेप लाइबेरिया से भेजी गई थी । इसे ठाणे जिले के बदलापुर इलाके में एक पते पर पहुंचाया जाना था ।
मादक पदार्थ की तस्करी में नाइजीरियाई नागरिक पकड़ा पश्चिमी दिल्ली
: मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे अभियान के दौरान एक विदेशी तस्कर को द्वारका जिला पुलिस ने दबोचा है। इसके पास से 276 ग्राम हेरोइन और दो मोबाइल मिले हैं। आरोपित का नाम बेंजामिन है। यह नाइजीरिया का नागरिक है। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन के अनुसार बरामद हेरोइन की कीमत करीब डेढ़ करोड़ है। पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपित विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत पहले गिरफ्तार हो चुका है। जमानत पर जेल से छूटने के बाद इसने तस्करी करनी शुरू कर दी। तब से फरार था। आरोपित विपिन गार्डन इलाके में रहता था। (जासं)
आगरा में बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बसाई बस्ती
जागरण संवाददाता, आगरा आगरा में पुलिस ने 32 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 13 महिला व 15 पुरुष को जेल भेजा गया है। इनके साथ पकड़े गए 12 बच्चों में से चार को किशोर गृह भेजा गया है। एक खाली मैदान में इन सब ने झुग्गी-झोपड़ी डालकर बस्ती बसा रखी थी। सभी कूड़ा बीनने और बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण के काम में लगे हुए थे। घुसपैठियों से 35 फर्जी आधार कार्ड व एक पैनकार्ड भी बरामद हुए हैं। पुलिस टीम ने शनिवार आधी रात को आवास विकास कालोनी सेक्टर 14 में बनीं झुग्गी-झोपड़ियों पर कार्रवाई की। यहां से 32 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया। उनके साथ 12 बच्चे भी हैं। इनमें आठ की आयु तीन महीने से सात वर्ष है। चार की आयु 12 से 18 वर्ष के बीच है। पुलिस
सिकंदरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार आवास विकास कालोनी में अवैध रूप से झुग्गी झोपड़ी डालकर रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठिये • जागरण DJ
डालकर 12 साल से रह रहे थे • 32 लोग गिरफ्तार, फर्जी 35 आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद
के अनुसार गिरफ्तार लोगों के साथ चार ऐसे बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है, जिनके पास बांग्लादेश के पासपोर्ट और भारतीय वीजा हैं। इनमें दो महिलाएं, एक पुरुष और एक करती है।
बच्चा है। अवैध रूप से रहने वाले हलीम की पत्नी और बेटी वीजा पर यहां आए थे। पुलिस उपायुक्त नगर विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशियों में शामिल हालिम यहां करीब 12 वर्ष से रह रहा है। वह बांग्लादेश के नागरिकों को एजेंट की मदद से घुसपैठ कराता है। इसमें बांग्लादेश की रहीमा उसकी मदद
• आवास विकास कालोनी में झुग्गी
नाइजीरियन गैंग के शातिरों को उपलब्ध कराने वाली महिला सरगना पकड़ी
जासं, नोएडा डालर में व्यापार करने का झांसा देकर ठगी करने वाले नाइजीरियन गिरोह के शातिरों को किराये पर बैंक खाता उपलब्ध कराने वाली महिला सरगना को बुधवार को साइबर क्राइम थाने की टीम ने दबोच लिया। उसकी पहचान दिल्ली के बदरपुर की प्रीति चंद्रा के रूप में हुई है। अभी तक प्रीति ने जालसाजों को कुल 110 खाते उपलब्ध कराए थे। बीते दिनों गिरोह के जालसाजों ने अमेरिकी गोल्ड माइनिंग कंपनी के साथ कारोबार करने का झांसा देकर एक कारोबारी से 60 लाख रुपये की ठगी कर ली। जिस खाते में रकम ट्रांसफर कराई गई थी, उसे प्रीति ने नाही जालसाजों को उपलब्ध कराया था। महिला से पुलिस ने पूछताछ की और बाद में न्यायालय में पेश कर ■ जेल भेज दिया।
पूछताछ में प्रीति ने बताया उसे प्रति खाता एक बार में 15 हजार रुपये और हर महीने प्रति खाते पांच हजार रुपये दिए जाते थे। नाइजीरियन गिरोह सरगना क्रिस्टी मर्फी से उसकी दोस्ती है और उससे मिलती जुलती भी है। गिरोह के जालसाजों से प्रीति का संपर्क था और नियमित अंतराल पर उसकी बात होती थी। दो साल पहले गाजियाबाद के अखिलेश सिंह ने साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में बताया कि उनके पास अमेरिका के विंस्टन गोल्ड माइनिंग कारपोरेशन के परचेज मैनेजर बनकर एक रहे।
महिला ने फोन किया और बताया कि अगर संबंधित कंपनी में यह निवेश करते हैं और लाखों रुपये का मुनाफा रोजाना होगा। रकम डालर में निवेश करनी होगी। पैसे के बदले में डालर वह उपलब्ध करा देंगे। झांसे में आने के बाद अखिलेश ने कारोबार और निवेश के लिए हामी भर दी। इसके बाद नाइजीरियन जालसाजों ने झांसे में लेकर उनसे शिपिंग चार्ज, कंसल्टेंसी चार्ज समेत अन्य मद में 60 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। किराये पर खाते उपलब्ध कराने वाले कई अन्य शातिरों की पहचान भी हुई है। महिला को गिरफ्तार करने वाली टीम में साइबर क्राइम थाने की प्रभारी रीता यादव, गजेंद्र कुमार, रवि कुमार, अरुणा कुमार और उमेश वर्मा के अलावा अन्य लोग शामिल
• दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली प्रीति चंद्रा ने उपलब्ध कराए थे 110 खाते • नोएडा की क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित महिला को किया गिरफ्तार
ल नाइजीरियन गैंग के शातिरों को उपलब्ध कराने वाली महिला सरगना पकड़ी
पुलिस ने अवैध नागरिकों को किया डिपोर्ट
पश्चिमी दिल्ली : द्वारका जिला पुलिस ने एक अभियान के तहत जनवरी माह में बिना वीजा के अवैध रूप से भारत में रह रहे 26 अफ्रीकी मूल के नागरिकों को उनके देश डिपोर्ट किया है। इस अभियान में वाहन चोरी निरोधक दस्ता, एंटी नारकोटिक्स सेल, उत्तम नगर, द्वारका नार्थ व मोहन गार्डन थाना पुलिस की टीम ने भाग लिया। उज्बेकिस्तान, घाना व नाइजीरिया के नागरिक हैं। (जासं)
बांग्लादेशी ने बनवा रखा था भारतीय पासपोर्ट, राष्ट्रगान नहीं गा पाने पर पकड़ा गया
बांग्लादेशी ने बनवा रखा था भारतीय पासपोर्ट, राष्ट्रगान नहीं गा पाने पर पकड़ा गया
आइएएनएस : कोयंबटूर
चेन्नई, हवाईअड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने बांग्लादेश के नागरिक को गिरफ्तार किया, जिसने भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड बनवा रखा था। भारत का राष्ट्रगान गाने में नाकाम रहने पर वह पकड़ा गया। उसके पासपोर्ट में कोलकाता का पता था, लेकिन आव्रजन अधिकारियों को उसके कोयंबटूर आने के कारण पर संदेह हुआ। आरोपित अनवर हुसैन शाहजाह से कोयंबटूर पहुंचा था। अधिकारियों ने अनवर से पूछताछ की। जब उसे भारत का राष्ट्रगान गाने को कहा गया तो वह राष्ट्रगान नहीं गा सका। अनवर हुसैन ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेशी नागरिक हैं। उसे पिलामेडु पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया। उस पर विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम के तहत आरोप लगाए न गए हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने र भी मामले की जांच शुरू कर दी है। न अनवर को मंगलवार को न्यायिक ) मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने उसे न्यायिक ने हिरासत में भेज दिया। पुलिस के में अनुसार वह पहली बार 2018 में र तिरुपुर आया था। नवंबर 2020 तक न वहां दर्जी के तौर पर काम किया। उसने कुछ एजेंटों से मुलाकात की और फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। 5 इसके बाद उसने फर्जी आधार कार्ड और भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया।
नाइजीरियाई के पास मिला एम्फेटेमिन
नाइजीरियाई के पास मिला एम्फेटेमिन
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली: द्वारका जिला पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल ने जस्टिस नामक नाइजीरियाई नागरिक को मादक पदार्थ तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से 60 • ग्राम एम्फेटेमिन बरामद किया गया है। जस्टिस जनवरी महीने में ही मेडिकल वीजा पर भारत पहुंचा। जब पुलिस ने इससे पूछताछ शुरू ■ की तो पता चला कि यह वर्ष 2019 में भी भारत आया था। तब भी यह (मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल था। एक बार फिर इसने भारत में मौजूद अपने नेटवर्क से संपर्क किया और यहां पहुंच गया। इससे पूछताछ कर पुलिस इसके नेटवर्क में शामिल लोगों के बारे में पता लगा रही है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके।
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चिंता की क्या है बात इलाके में मादक पदार्थ तस्करी के आरोप में विदेशी नागरिक की संलिप्तता का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी एम्फेटेमिन हो या हेरोइन विदेशी नागरिकों से पुलिस
क्या है एम्फेटेमिन
महंगे होते नशे के बीच दवाइयों का इस्तेमाल नशे के लिए होने लगा है। तस्कर अब अलग अलग यौगिक से बनी दवाइयों को मिलाकर मादक पदार्थ बनाने लगे हैं। एम्फेटेमिन ऐसा ही मादक पदार्थ है। यह एक तरह का रसायनिक यौगिक है। यह इंसान के तंत्रिका तंत्र पर कार्य करता है। इसका सेवन नींद को दूर करता है और कार्य क्षमता को बढ़ा देता है।
बरामद कर चुकी है। पिछले वर्ष सितंबर महीने में निहाल विहार इलाके में ओकेचुकुवु नामक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया था। आरोपित निहाल विहार स्थित किराये के कमरे में एम्फेटेमिन बनाता था। इसके लिए इसने घर में पूरा इंतजाम किया हुआ था । आरोपित द्वारा यह बताया जाना कि यह पूर्व में भारत में रहकर मादक पदार्थ तस्करी में शामिल रहा है, यह पुलिस के लिए चिंता की बात
है। द्वारका जिला पुलिस ने क्षेत्र में अवैध तरीके से रह रहे विदेशी नागरिकों को धड़पकड़ के लिए अभियान चलाया हुआ है। अभियान के तहत पिछले वर्ष अवैध रूप से रह रहे 437 लोगों को उनके देश में डिपोर्ट किया गया। पश्चिमी व बाहरी जिला पुलिस भी इलाके में किरायेदार सत्यापन के लिए अभियान चलाकर यह सुनिश्चित करती है कि उनके यहां कोई भी विदेशी नागरिक अवैध तरीके से नहीं रह रहा हो। लेकिन इन सभी उपायों का जितना असर होना चाहिए, वह नहीं हो पा रहा है।
मादक पदार्थ तस्करी के अधिकांश मामलों में पकड़े गए आरोपित अफ्रीकी देशों से ताल्लुक रखते हैं। इसकी एक वजह यह है अफ्रीकी देशों की आर्थिक स्थिति सही नहीं होना है। कमजोर आर्थिक स्थिति वाले अफ्रीकी देशों के नागरिकों का अंतरराष्ट्रीय तस्कर फायदा उठाते हैं। और इनका इस्तेमाल ढोने वाले के तौर पर करते हैं। बाद में ये ढोने वाले लोग इस नेटवर्क में स्थायी तौर पर शामिल हो जाते हैं।
नाइजीरियाई ड्रग्स तस्कर गिरफ्तार, एक किलो हेरोइन की गई बरामद
जासं, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक नाइजीरियाई ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर उससे 1.10 किलो हेरोइन बरामद की है। विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक, आरोपित पास्कल एजिगबो उर्फ प्रिंस 2009 में तीन माह के पर्यटक वीजा पर भारत आया था वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह अवैध रूप से भारत में अलग-अलग जगहों पर नाम बदलकर छिपकर रह रहा था। अभी वह उत्तम नगर में रहकर
तस्करी कर रहा था। पुलिस को पता चला था कि पास्कल किसी को ड्रग्स की आपूर्ति के लिए खेड़ा पार्क के पास आनंद विहार आने वाला है। संयुक्त आयुक्त एसडी मिश्रा व एसीपी राज कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अभिजीत और सतीश, एएसआइ सुरेश, रणधीर, संजय, कृष्ण, जोगिंदर, नरेंद्र डोगरा, अनिल, हवलदार रोहताश, रामनिवास, महिपाल और सिपाही मेहताब की टीम ने 26 जनवरी को आरोपित को ड्रग्स के साथ दबोच लिया।
नशीले पदार्थों की तस्करी में तीन नाइजीरियाई धरे
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया है। तीनों दिल्ली-एनसीआर में ड्रग्स की आपूर्ति में सक्रिय रूप से शामिल थे। इनके पास से 1.550 ग्राम मेथाक्वलोन व 1025 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। पुलिस ने तीनों का पासपोर्ट और इनके चार मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं।
विशेष आयुक्त अपराध शाखा रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक गिरफ्तार तस्करों के नाम उचे, ओबिओहा निकोलस चुकवुमा उर्फ चिबुइके और एमेका डोमिनिक है। तीनों मूलरूप से नाइजीरिया के रहने वाले हैं और बिना वैध दस्तावेजों के दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रह रहे थे। क्राइम ब्रांच को गत दिनों उक्त ड्रग्स तस्करों के बारे में सूचना मिली थी। सूचना पर एसीपी राजकुमार व इंस्पेक्टर सतीश कुमार के नेतृत्व में
1.550 ग्राम मेथाक्वलोन, 1025 ग्राम हेरोइन, तीन पासपोर्ट व चार मोबाइल जब्त
एएसआई कृष्ण, अनिल, सुरेश, कल्याण, हवलदार सुदामा, महिपाल, रामनिवास, आदित्य व सिपाही मेहताब की टीम ने पहले आरोपित उचे को गिरफ्तार किया। उसके पास से 550 ग्राम मेथाक्वालोन बरामद हुआ । उससे पूछताछ के बाद ओबिओहा निकोलस चुकुवामा को तिलक नगर के कृष्णा पार्क से गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ के बाद तीसरे आरोपित एमेका डोमिनिक को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। पुलिस के मुताबिक तीनों व्यापार और पर्यटक वीजा पर भारत आए थे। वीजा अवधि समाप्त होने के बाद वे वापस अपने देश नहीं लौटे और भारत में अवैध रूप से रहकर ड्रग्स तस्करी का धंधा करने लगे थे। तीनों के पासपोर्ट भी जब्त कर लिए गए हैं।